खाने में कोई जहर घोल दे तो एक बार उसका इलाज है लेकिन कान में कोई जहर घोल दे तो उसका कोई इलाज नहीं है

अपने कर्म पर विश्वास रखिये, राशियों पर नहीं, राशि तो राम और रावण की भी एक ही थी, लेकिन नीयति ने उन्हें फल उनके कर्म अनुसार दिया

निखरता वही है जो पहले सबसे ज्यादा बिखर चुका होता है यही जीवन का सत्य है।

बात संस्कार और आदत की होती है वरना जो इंसान सुन सकता है वो सुना भी सकता है।

अरमान सिर्फ उतने ही अच्छे हैं, जिसमें स्वाभिमान गिरवी रखने की ज़रूरत ना पड़े।

परेम में बोला गया मात्र एक झूठ कभी ना टूटने वाले संबंध की जड़े भी हिला देता है..

अरमान सिर्फ उतने ही अच्छे हैं, जिसमें स्वाभिमान गिरवी रखने की ज़रूरत ना पड़े।

जरूरी नहीं कि सभी लोग हमें समझ पाएं तराजू वजन बता सकता हैं गुण नही ।।

जीवन एक गहरा सफर है आपकी हर किसी को जवाब देने और हर चीज़ पर प्रतिक्रिया करने की जरूरत नही है

कैसे लोगो का न वर्तमान होता हे और नहीं भविष्य