यदि मंज़िल न मिले तो रास्ते बदलो ! क्योंकि वृक्ष अपनी पत्तियाँ बदलते हैं जड़े नहीं !!"

लोगों की इतनी कदर भी न करो के न लोग तुम्हे मतलबी समझने लगे

एक सत्य यह भी है कि भगवान को सबसे ज्यादा मंदिर की बजाए अस्पताल में याद किया जाता है।

हुनर रखो सच और झूठ परखने का कानों में जहर घोलना तो काम है जमाने का

खुद को कमजोर मत होने दो की तुम्हे किसी के एहसान की जरूरत हो.

आपका खुश रहना ही आपके दुश्मनों के लिए सबसे बड़ी सज़ा है।

सबसे बड़ा गुरु मंत्र कभी भी अपना राज साझा न करें किसी के साथ। यह तुम्हें नष्ट कर देगा।

जब इंसान की जरूरत बदल जाती हैं, तब इंसान के बात करने का तरीका बदल जाता है

अगर एक सुंदर और ऊंची प्रेम कहानी चाहिए तो पहले एक सुंदर और ऊंचा जीवन पैदा करो।

जिसमें सच बोलने की छमता होती है, सबसे अधिक नफरत का पात्र भी वही बनता है..!

और चाणक्य निति के लिए