दूसरों की गलतियों से सीखो, अपने ही अनुभव से सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ जाएगी।

प्रशंसा से बचो, यह आपके व्यक्तित्व की अच्छाइयों को घुन की तरह चाट जाती है!  – चाणक्य

कोई भी काम शुरू करने पे पहले खुद से तीन सवाल जरूर पूछें। मैं ऐसा क्‍यों करने जा रहा हूँ ? इसका क्‍या परिणाम होगा ? क्‍या मैं सफल रहूंगा ?

कामयाब होने के लिए अच्छे मित्रों की जरूरत होती है और ज्यादा कामयाब होने के लिए अच्छे शत्रुओं की आवश्यकता होती है!  ~ चाणक्य

असंभव शब्द का प्रयोग केवल कायर ही करते है बहादुर और बुद्धिमान व्यक्ति आपना मार्ग स्वयं बनाते है!

जो तुम्हारी बात सुनते हुए… इधर-उधर देखे उस पर कभी विश्वास न करो

हर मित्रता के पीछे कोई न कोई स्वार्थ होता है ऐसी कोई भी मित्रता नही जिसके पीछे स्वार्थ न छिपा हो!! यह जीवन का एक कड़वा सच है

समझदार व्यक्ति को दूसरों के बल पर साहस नहीं करना चाहिए