खेल ख़ामोशी का है,  खतरनाक तो होगा ही।

 धोखा देने वालो को  हम मौका नहीं देते

इरादे साफ है,  तभी तो लोग खिलाफ है!

 दिल तो आशिको के पास होता है हम तो बादशाह  लोग हे, जिगर रखते है

 जो था वो रहा नहीं  जो हूँ वो किसी को पता नहीं

में बंदूक और गिटार दोनों चलाना जानता हूं, तय तुम्हे करना है की आप  कौन सी धुन पर नाचोगे।।

 एक्का चाहे कितना भी शातिर क्यों न हो, आखिर रानी तो बादशाह की  ही होती है ।

इतना अमीर नहीं हूं कि सब कुछ ख़रीद लू, और इतना गरीब भी  नहीं हूं कि खुद बिक जाऊ

 जो खोया है उससे बेहतरीन पाएंगे, सब्र रख मेरे दोस्त,  अपने भी दिन आएंगे।

हमे कमजोर मत समझना,  हम सोच समझकर शांत बैठ है